ईरान में लुट रेगिस्तान कई तरह से जलवायु परिवर्तन से प्रभावित हुआ है। बढ़ते तापमान, वर्षा के बदलते पैटर्न और धूल भरी आँधियों की आवृत्ति में वृद्धि का इस क्षेत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। रेगिस्तान में वनस्पति आवरण में कमी का अनुभव हुआ है, जिससे मिट्टी के कटाव और मरुस्थलीकरण में वृद्धि हुई है। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के जवाब में, ईरानी सरकार ने लूट रेगिस्तान की रक्षा और संरक्षण के लिए कई पहलें लागू की हैं। इनमें संरक्षित क्षेत्रों की स्थापना और टिकाऊ भूमि प्रबंधन प्रथाओं की शुरूआत शामिल है। सरकार ने "द लुट डेजर्ट मैनेजमेंट प्लान" नामक एक कार्यक्रम भी लागू किया है जिसका उद्देश्य रेगिस्तान की जैव विविधता की रक्षा करना और इसके संसाधनों के सतत उपयोग को बढ़ावा देना है। इस योजना में इको-टूरिज्म का विकास और सतत विकास के अन्य रूप शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, लुट मरुस्थल पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को समझने के लिए अनुसंधान और निगरानी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।