1. बढ़ी हुई खपत: पर्यटन वस्तुओं और सेवाओं की खपत में वृद्धि कर सकता है क्योंकि पर्यटक यह अनुभव करना चाहते हैं कि गंतव्य को क्या पेशकश करनी है। इससे वस्तुओं और सेवाओं की मांग में वृद्धि हो सकती है, जो कीमतों को बढ़ा सकती है और मुद्रास्फीति में योगदान कर सकती है। 2. नए व्यवहारों को अपनाना: पर्यटन नए व्यवहारों को अपनाने की ओर भी ले जा सकता है, जैसे कि नए भोजन की कोशिश करना, विभिन्न गतिविधियों में भाग लेना, या स्मृति चिन्ह खरीदना। पर्यटक अपने द्वारा देखे गए नए विचारों और प्रथाओं को घर ला सकते हैं, जिन्हें बाद में स्थानीय आबादी द्वारा अपनाया जा सकता है। 3. सामाजिक परिवर्तन: पर्यटन किसी गंतव्य में सामाजिक परिवर्तन में भी योगदान दे सकता है। इसमें लोगों के कपड़े पहनने, बात करने और एक-दूसरे के साथ बातचीत करने के तरीके में बदलाव शामिल हैं। यह कुछ सेवाओं की पेशकश और नए उत्पादों और सेवाओं की शुरूआत के तरीके में भी बदलाव ला सकता है। 4. भूमि उपयोग में परिवर्तन: पर्यटन से किसी गंतव्य में भूमि उपयोग में परिवर्तन हो सकता है। इसमें पर्यटन से संबंधित गतिविधियों के लिए कृषि या अन्य प्राकृतिक भूमि का रूपांतरण शामिल हो सकता है, जैसे कि होटल और रिसॉर्ट बनाना। 5. स्थानीय समुदायों का विस्थापन: पर्यटन से स्थानीय समुदायों का विस्थापन भी हो सकता है, क्योंकि वे रिसॉर्ट्स और अन्य पर्यटक-उन्मुख बुनियादी ढांचे के विकास से बाहर धकेल दिए जाते हैं। इससे पारंपरिक संस्कृति का नुकसान हो सकता है, साथ ही प्राकृतिक आवासों के विनाश के कारण पर्यावरणीय क्षति भी हो सकती है।