मध्य युग में यात्रा अक्सर धीमी, कठिन और खतरनाक होती थी। सड़कें आमतौर पर खराब स्थिति में थीं और अच्छी तरह से बनाए नहीं रखी गई थीं, और पैदल या घोड़े से यात्रा करना अक्सर एकमात्र विकल्प होता था। इसके अलावा, यात्री अक्सर डाकुओं, लुटेरों और अन्य अपराधियों के प्रति संवेदनशील होते थे, जो अक्सर सड़कों पर उनका शिकार करते थे। समुद्र से यात्रा करना भी खतरनाक था, और तूफान, समुद्री डाकू और बीमारी लगातार खतरे थे।